कोरोना को देखते हुए पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय ने छात्रों के हित में बड़ा फैसला लिया है। पिछड़े सत्र को नियमित करने की दिशा में पहली बार परीक्षाओं के प्रश्नपत्र का पैटर्न बदलने की तैयारी है। पाटलिपुत्र विवि प्रशासन ने निर्णय लिया है कि पाटलिपुत्र विवि की नहीं हो सकी परीक्षाओं के कारण जो सत्र लेट हुए है, उसे दूर करने के लिए परीक्षा में वस्तुनिष्ठ प्रश्न पूछे जाएंगे। सोमवार को पाटलिपुत्र विवि की परीक्षा समिति की बैठक में निर्णय लिया गया कि ऑनर्स विषयों की परीक्षा के प्रश्नपत्र में कोई बदलाव नहीं होगा लेकिन सब्सिडरी विषयों की परीक्षा में सभी प्रश्न वस्तुनिष्ठ होंगे। इनका उत्तर ओएमआर शीट पर देना होगा। इससे परीक्षाफल जल्दी जारी हो सकेगा।
साथ ही दूसरा निर्णय यह लिया गया कि महाविद्यालयों में जो प्रायोगिक परीक्षाएं होती हैं, उनके अंक-पत्र महाविद्यालयों को ऑनलाइन ही परीक्षा विभाग को भेजने होंगे, जिससे समय की बचत होगी और सत्र को नियमित करने में सुविधा होगी। कुलपति प्रो. सुरेंद्र प्रताप सिंह की अध्यक्षता में ही सोमवार को नामांकन समिति की भी बैठक हुई। जिसमें निर्णय लिया गया कि नए सत्र में नामांकन के लिए फीस का स्ट्रक्चर वही रहेगा, जिसमें सत्र 2020-21 में था। किसी स्तर पर किसी मद में कोई भी अतिरिक्त शुल्क नहीं लिया जाएगा। इस दौरान कुलपति ने कहा कि कोरोना जैसी आपदा से पूरा विश्व पीड़ित है। इसलिए इस कोरोना जैसी वैश्विक महामारी के काल में नामांकन से संबंधित किसी भी प्रकार के शुल्क में कोई बढ़ोतरी नहीं होगी और किसी नए मद का सृजन भी नहीं होगा। जो शुल्क जिस कोर्स के लिए पिछले वर्ष लागू था, वह यथावत बना रहेगा।