राज्य बोर्डों की परीक्षा रद्द करने के आग्रह वाली याचिका पर सुनवाई सोमवार को होगी।
सुप्रीम कोर्ट ने सरकार द्वारा पेश किए गए 12वीं कक्षा के रिजल्ट को फॉर्मूले को स्वीकार कर लिया है। याचिकाकर्ताओं का पक्ष रख रहीं ममता शर्मा ने कहा कि सीबीएसई 12वीं कक्षा की मूल्यांकन स्कीम संतोषजनक है और हमें इस पर कोई आपत्ति नहीं है।

काउंसिल फॉर दि इंडियन स्कूल सर्टिफिकेट एग्जामिनेशंस भी आईएससी (12वीं) के नतीजे 31 जुलाई तक जारी कर देगा।
सीबीएसई 12वीं में इस वर्ष 14.5 लाख छात्र पंजीकृत है।
प्रैक्टिकल 100 मार्क्स का होगा और स्कूल द्वारा भेजे गए मार्क्स के आधार पर स्टूडेंट्स को अंक दिए जाएंगे। जो स्कूल अभी तक प्रैक्टिकल नहीं ले सके हैं, उन्हें ऑनलाइन प्रैक्टिकल टेस्ट और मौखिक एग्जाम लेने के लिए कहा गया है। स्कूलों को 28 जून तक इंटरनल असेसमेंट के मार्क्स बोर्ड को भेजने हैं।
आपको बता दें कि कोरोना संक्रमण के खतरों को देखते हुए सीबीएसई की 12वीं की परीक्षा रद्द कर दी गई थी। रिजल्ट की प्रक्रिया को लेकर 13 सदस्यीय समिति बनाई गई थी जिसे गुरुवार को अपनी रिपोर्ट कोर्ट को सौंपनी थी।
उच्चतम न्यायालय ने इससे पहले केंद्र, सीबीएसई और काउंसिल फॉर द इंडियन स्कूल सर्टिफिकेट एग्जामिनेशन (सीआईएससीई) को 12वीं कक्षा के छात्रों के लिए परिणाम घोषित करने के मानदंड के बारे में सूचित करने के लिए दो सप्ताह का समय दिया था। सीबीएसई ने अब स्कूल बेस्ड असेसमेंट और प्रैक्टिकल टेस्ट के मोड में बदलाव को लेकर नया सर्कुलर जारी किया है। बोर्ड ने अपने संबद्ध स्कूलों को लंबित आंतरिक या व्यवहारिक परीक्षाओं को ऑनलाइन पूरा करने के लिए कहा है।