डीयू प्रशासन ने बताया कि दिव्यांग छात्रों को परीक्षा के दौरान किसी तरह की दिक्कत न हो इसके लिए अतिरिक्त समय दिया जाएगा। साथ ही उन्हें अन्य छात्रों के मुकाबले दो घंटे अधिक दिए जाएंगे।
डीयू के डीन एग्जामिनेशन प्रो. डीएस रावत ने बताया कि छात्रों को तय समय के अंदर ही उत्तर पुस्तिका जमा करने के निर्देश दिए गए हैं। छात्रों को किसी भी प्रकार की परेशानी है तो वह संबंधित नोडल ऑफिसर की मदद ले सकते हैं।
ज्ञात हो कि डीयू के परीक्षा विभाग ने ऑनलाइन ओपन बुक परीक्षा के लिए विस्तृत दिशा निर्देश डीयू की वेबसाइट पर अपलोड किए हैं। परीक्षा या मॉक टेस्ट में हिस्सा लेने वाले छात्रों को इसे पढ़ने का भी निर्देश है।
कॉलेजों ने किए प्रबंध
डीयू के कॉलेजों ने भी अपने यहां ऑनलाइन परीक्षा कराने का प्रबंध किया है। कुछ छात्रों ने कॉलेजों में परीक्षा देने की बात कही है। इसके तहत कॉलेजों में कंप्यूटर लैब, कमरों और सीटों को सेनेटाइज किया गया है। कॉलेज आने वाले छात्रों की थर्मल स्कैनिंग, परीक्षा के दौरान शारीरिक दूरी का पालन सुनिश्चत किया गया है।
चार चरणों में मॉक टेस्ट
प्रथम वर्ष के छात्रों का मॉक टेस्ट चार चरणों में सम्पन्न हुआ। बीएससी आनर्स छात्रों का मॉक टेस्ट दोपहर बारह बजकर तीस मिनट से, बीए आनर्स का दोपहर दो बजे से, बीए प्रोग्राम का शाम चार बजे से एवं स्नातकोत्तर छात्रों का शाम पांच बजे हुआ। मॉक टेस्ट के दौरान छात्रों को ओबीई की पूरी प्रक्रिया भी बताई गई। डीयू ने दावा किया कि मॉक टेस्ट के दौरान बहुत कम छात्रों को दिक्कत हुई।
यह भी जानें
– स्नातक रेगुलर के छात्र- लगभग 85 हजार
– परास्नातक के छात्र- लगभग 12
– एसओएल स्नातक पहले सेमेस्टर के छात्र- लगभग 99 हजार
– एसओएल स्नातक तृतीय सेमेस्टर के छात्र- लगभग 70 हजार
– स्नातक एनसीवेब की छात्राएं- लगभग 13 हजार
मुख्य बिंदु
– 02 घंटे दिव्यांग छात्रों को अधिक दिए जाएंगे अन्य के मुकाबले
– 90 फीसदी छात्रों को घर से परीक्षा देंने का रखा गया विकल्प
– 10 फीसदी छात्र संसाधनों के अभाव में कॉलेज से परीक्षा देंगे
– ओपन बुक परीक्षा से पहले हुआ मॉक टेस्ट, छात्रों ने नोडल ऑफिसर को बताईं समस्याएं
– सभी कॉलेजों में कंप्यूटर लैब, कमरों और सीटों को सेनेटाइज किया गया
– कॉलेज आने वाले छात्रों को दौरान शारीरिक दूरी का पालन करना अनिवार्य होगा
